आदर्श नगर पंचायत सोनौली सुकरौली बड़ी शिरकत के साथ इबादत फजीलत रहमत और मगफिरत की रात शब ए बारात मनाई गई बड़ी शिरकत के साथ इबादत फजीलत रहमत और मगफिरत की रात शब ए बारात मनाई गई शब-ए-बारात का त्योहार मंगलवार को शाम मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी शिरकत साथ मनाया गया इस्लाम में शब ए बारात की रात की काफी अहमियत है मुसलमान पूरी रात नमाज कुरान पढ़ते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. मुस्लिम समुदाय के लोग शबे ए बारात को अपने पुरखों की कब्रस्तन पर भी जाते हैं और दुआ पढ़ते हैं
इस शब ए बारात के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग कब्रिस्तान पर जा कर दुआ पढ़ते है इस्लाम में शब ए बारात त्योहार की काफी अहमियत है इस्लामिक के हिसाब से आठवां यानी शाबान के महीने की 15वीं तारीख की रात में शब ए बारात मनाई जाती है जो मंगलवार शाम को हर जगह मनाई गई है शब ए बारात इबादत फजीलत रहमत और मगफिरत की रात मानी जाती है इसीलिए तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग रात भर इबादत करते हैं और अल्लाह से अपने लिए दुआ मांगते हैं
मंगलवार सात मार्च की शाम को मगरिब की अजान होने के बाद शब ए बारात मनाना शुरू किया गया है और बुधवार को शाबान का रोजा भी मुस्लिम समुदाय लोग रोजा भी रखते हैं शब ए बारात के त्योहार की रात की काफी अहमियत है इस लिए पूरी रात मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद और घरों में इबादत करते हैं. मुस्लिम समुदाय के लोग अपने पूर्वजों की कब्रस्तान पर जाकर फातिहा पढ़ते हैं और उनके मफिरत के लिए दुआ करते हैं