नेपाल प्रशासन ने गाड़ी मालिक को बेकसूर किया बन्द उल्टे ही बनाया चोर
भारतीय पर्यटको की नेपाल मे मुसीबत कम होने का नाम नही ले रही है,रोज रोज नए नए आइडिया से कानून का डर दिखा कर लुटा जा रहा है,वह भी ऐसे समय मै जब नेपाल मे भरतोय पर्यटको की संख्या सबसे ज्यादा है।
भारत के राजस्थान से 4 दोस्त अपने निजी वाहन से बीरगंज बोडर से 30 जून को नेपाल सीमा मैं प्रवेश किया जहां किसी ने नेपाल कस्टम के कागजात बनवाने को नही कहा,यह 1 जुलाई को काठमांडु पहुचे,वहाँ पहुचने पर इनलोगो को किसी ने कस्टम कागजात की बात कही तो यह लोग काठमांडु एयरपोर्ट के कस्टम कार्यालय पर पहुचे जहाँ के अधिकारियों ने इन लोगो को बेलेहिया कस्टम
कार्यलय पर जाकर कागजात बनवाने को कहा, बेलेहिया आने के क्रम मे नेपाल की वालींग पुलिस ने कस्टम कागजात ना मिलने पर इन लोगो को एक दिन थाने मे बंद किया और गाड़ी मालिक सहित इन की महेंद्र एस यू भी कार आर जे09cc7534 बेलेहिया कस्टम भेज दिया और गाड़ी मैं बैठे तीन साथी नागेंद्र यादव अजित यादव और रवि यादव निवाशी अलवर राजस्थान को छोड़ दिया।
बेलेहिया कस्टम ने गाड़ी मालिक मा नरेन्द्र सिंह निवाशी डींग थाना भरत पुर पर उनके गाड़ी का चोरी कर नेपाल गाड़ी लगाने का मुकदमा दर्ज कर उनको छोडने का 25 लांख का जुर्माना लगा दिया जुर्माना ना देने तक ग्रिफ्तार रहने की बात कही,वही गाड़ी को सीज कर दिया
गाड़ी सीज होने पर भारतीय को गाड़ी नही मिलती उस को नीलाम कर दिया जाता है
नेपाल कस्टम मे नियम यह है अगर कोई बिना कस्टम कागजात के नेपाल प्रवेश करता है तो उस गाड़ी मालिक को 14 दिन का समय दिया जाता है किस वैद्य रास्ते से नेपाल मैं प्रवेश किए कोई एक प्रूफ जो बता सके इस रास्ते से आये तो गाड़ी मालिक को अपने कागजात सहित कस्टम कार्यलय पर आना होता है जहाँ जुर्माना ले कर गाड़ी छोड़ दिया जाता है
वही अगर भारतीय वाहन बिना कस्टम के लावारिश हालात मैं मिलती है तो उस को सीज करने का प्रावधान है
नौतनवा ब्यापार मण्डल तहसील अध्यक्ष सुबाष जायशवाल ने बताया इस केस मैं नेपाल पुलिस ने गाड़ी मालिक को ही चोर बना दिया जो गलत है
भारत नेपाल मैत्री समाज के अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा सवारी होते हुए भी 2 दिनों मैं गाड़ी सीज और ऊपर से गाड़ी मालिक को गाड़ी का चोर बता कर नेपाल पुलिस ने गलत काम किया है,इस का विरोध जल्द सींमा पर किया जयेगा,30 परसेंट कमिसन के कारण यह खेल खेला जा रहा है