नेपाल पोखरा-काठमांडू बस हादसे में मरने वालों की संख्या 24 हुई उत्तर प्रदेश सरकार ने बचाव राहत के लिए भेजा अपना दल

 


नेपाल


नेपाल में पोखरा-काठमांडू मार्ग पर तिनहुन जिले में मुगलिन के पास शुक्रवार की सुबह भारतीय पर्यटकों को लेकर जा रही गोरखपुर की बस के मार्सयांगडी नदी में गिरने मरने वालों की संख्या 24 हो गई है। बस में 44 लोग


सवार थे। महराजगंज अगला डीएम अनुनय झा ने बताया कि 10 लोगों को अस्पताल में लेख भर्ती कराया गया है। बचाव अभियान चल रहा है अभी 9 लाग लापता बताए जा रहे हैं। बस चालक मुस्तफा व परिचालक रामजी भी गोरखपुर के ही थे, जो कि अभी तक लापता हैं।


यह बस यूपी 53 एफडी 7623 उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के केशरवानी परिवहन की थी। पोखरा से काठमांडू जाते समय तनहुन जिले के आइना पहारा में राजमार्ग से बस पलट कर 150 मीटर नीचे तेज बहाव वाली नदी में गिर गई। हादसे में बस के परखचे उड़ गए। बस में चालक और सह-चालक समेत 43 लोग सवार थे।


अगला ट्रैवल एजेंसी के संचालक विष्णु केशरवानी के मुताबिक, ब लेख सवार यात्री महाराष्ट्र के 104 तीर्थयात्रियों के एक समूह क हिस्सा थे, जो दो दिन पहले 10 दिवसीय यात्रा के लिए तीन बसों में सवार होकर नेपाल पहुंचे थे। सभी तीर्थयात्री जलगांव जिले से प्रयागराज आए थे। वहीं से बस में सवार हुए थे। चित्रकूट और अयोध्या होते हुए गोरखपुर के रास्ते स नेपाल में दाखिल हुए थे। पोखरा में दो दिन घूमने के बाद तीनों बस शुक्रवार सुबह राजधानी काठमांडू के लिए रवाना हुईं।


तनहुन के एसपी वीरेंद्र शाही ने बताया कि यह हादसा आंबुखैरेनी ग्रामीण नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 स्थित ऐन पहरा के पास हुआ। घटना के बाद सेना व पुलिस के जवान राहत-बचाव में जुट गए। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए।


भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पोखरा से काठमांडू जा रही एक भारतीय पर्यटक बस में लगभग 43 भारतीय सवार थे। यह बस आज मार्सयांगडी नदी में गिर गई। अगला दूतावास राहत एवं बचाव कार्य में लगे स्थानीय अधिकारिय लेख साथ समन्वय कर रहा है। एपीएफ के पुलिस उपाधीक्षक शैलेन्द्र थापा के अनुसार बचाव कार्य में जुटी नेपाल की सेना ने 12 घायलों को काठमांडू के अस्पताल पहुंचाया है।


उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए राहत पहुंचाने के लिए महराजगंज के एसडीएम की अगुवाई में अफसरों का एक दल नेपाल भेजा है और एक अपर जिलाधिकारी एडीएम को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी है। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्रालय स्थानीय अधिकारियों के साथ खोज एवं बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है।


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