सोनौली महराजगंज।
भारत नेपाल बॉर्डर पर आवागमन करने वाले भारतीयों नेपालियों सहित विदेशी नागरिकों व यात्रियों की पहचान पत्र की जांच कर यात्रा की इजाजत देने वाले सुरक्षा एजेंसियां भारतीय पहचान पत्र के रूप में जिस आधार कार्ड को देखकर भारत नेपाल प्रवेश की इजाजत देते है, इस आधार कार्ड को लेकर अन्य लोगो की अपनी एक अलग मत है, जानकार बताते हैं कि, नेपाल के हजारों की संख्या में लोगों ने भारत यात्रा करने के लिए भारतीय पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड बनवा लिया है, वही सीमा पर आधार कार्ड की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियां आखिर कैसे व्यक्ति की पहचान कर रहे है यह सबसे बड़ा सवाल है।
वही कुछ लोगो ने फर्जी आधार कार्ड बनवा कर भारत और नेपाल मे प्रवेश करते है। फर्जी आधार कार्ड मामले में कई बार नेपाल के दर्जनों लोगों को भारतीय पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमे फरेन्दा और सोनौली प्रमुख है। वही फर्जी आधार कार्ड बनवाने के मामले में सोनोली और फरेन्दा के दलालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी।
अब सवाल यह है कि, प्रथम दृष्टया देखने से असली और नकली आधार कार्ड की पहचान सम्भव कितना है यह सवालों के घेरे में है।