सोनौली महराजगंज
बॉर्डर पर तस्करी जहा आम हो गया है वही श्यामकाठ सेमरपानी मार्ग तस्करो का सबसे चहेता रूट बन चुका है, इस मार्ग पर दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां 24 घण्टे सीमा की सुरक्षा में तैनात रहती है मगर इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच तस्करी होना सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
भारतीय सीमा क्षेत्र के श्यामकाठ बाग के रास्ते नेपाल सेमरपानी गांव तक पहुचा तस्करो के लिए कोई बड़ी बात नही तस्करी में संलिप्त सूत्रों की माने तो भारी भरकम तस्करी का टैक्स समर्पण के बाद धड़ल्ले से तस्करी को छूट सिर्फ इसी मार्ग पर दिया जाता है, जहा दोनो देशों की सुरक्षा एजेंसियों की उपस्थिति में तस्करी चरम पर हो वहां देश कितना सुरक्षित होगा यह सबसे बड़ा सवाल है।