सोनौली महराजगज
भारत नेपाल सीमा पर तस्करी आम है लेकिन सोनौली सीमा के मुख्य गेट से तस्करी जहाँ पर भारत से नेपाल आने जाने प्रत्येक यात्रियो की आई डी भी चेक कर प्रवेश दिया जाता है। निजी प्रयोग के लिए ले जा रहे सामानों को जवान बिना अनुमति के नही जाने देते है। वही नेपाल से चाइना निर्मित लाइटर बड़े ही आसानी से साइकिल पर लोड कर सोनौली सीमा के मुख्य मार्ग से एसएसबी और पुलिस जवानों के सामने भारत मे लाया जा रहा है। बताया गया है कि इसके लिए सुबह 6 बजे से 9 बजे तक सीसीटीवी कैमरे को बन्द कर दिया जाता है। और तीन धंटे में एक ट्रक लाइटर समेत कई वस्तुएं नेपाल से भारत मे डंप हो जाती है।
शनिवार की सुबह करीब आठ बजे नेपाल बेलहिया कस्बे से तीन साइकिल पर 9 कार्टून चाइना निर्मित लाइटर लेकर निकले कैरियर सरहद के मुख्य सड़क बेलहिया भन्सार के सामने से होते हुए नेपाल पुलिस चौकी को पार किया दाई तरफ एसएसबी चेकपोस्ट मुख्य गेट फिर बाई तरफ सोनौली पुलिस चौकी को पार कर सीधे सोनौली कस्बे में पहुच गए। इस दौरान सीमा की निगरानी कर रहे एसएसबी जवान उन्हें अनदेखा कर देते है। और अन्य पैदल यात्री बाइक सवार चार पहिया एवं बस से नेपाल से आने वाले यात्रियो के समान की जांच और आईडी की जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। इस दौरान कैरियर को रोककर जब पूछा गया तो उसने बताया कि बेलहिया नेपाल सीमा में एक गोदाम में चाइना का बना लाइटर भरा हुआ है। वहा से सोनौली एक बैंक के पास बने गोदाम में पहुचाना रहता है। सुबह 6 बजे से अभी तक 70 कार्टून ला चुके है। जिसके बदले 6 सो रुपए मिलते है। भारत-नेपाल सीमा पर प्रतिदिन तस्करी किसी न किसी वस्तुओं की होती रहती है। आज लाइटर है। कल सेम्पू ला रहे थे
एसएसबी जवानो द्वारा भारत नेपाल सीमा पर इस तरह की खुली छूट देना किसी दिन भारत के लिए गम्भीर समस्या खड़ी कर सकती है। जहां जवान सरहद के पगडंडियों पर 24 धंटे गस्त करते है वही दूसरी तरह इस तरह की खुली छूट का फायदा भारत विरोधी तत्व उठा सकते है। कार्टून के अंदर मादक प्रदार्थ, सोना या अन्य विस्फोटक प्रदार्थ भी आसानी से भारत मे आ सकता है।
इस सम्बंध में एसएसबी इंस्पेक्टर जयंत धोष ने बताया कि इस तरह मुख्य मार्ग से तस्करी की सूचना नही है अगर ऐसा पाया गया तो सभी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किया जाएगा।