सोनौली महराजगज
भारत मे नामी सिगरेट कंपनियो की कीमत ज्यादा होने के कारण नेपाली कंपनियो की फ़िल्टर सिगरेट की भारत मे ज्यादा डिमांड हो रही है जिस के कारण इन की तस्करी बहुत जोरो पर है,गोरखपुर मण्डल के लगभग सभी जिलों के पान दुकानों पर इनकी डिमांड रहती है वही भारत नेपाल सीमा से सटे उत्तराखंड,बिहार,यूपी,बंगाल के सीमावर्ती भारतीय बाजारों के दुकानों पर यह आसानी से बिकते देखे जा सकते है,नेपाल से तस्करी कर भारत यह रोजना लांखो रुपये की फ़िल्टर सिगरेट तस्करी हो रही है जिस से नेपाल के सिगरेट कंपनियां मालामाल हो रही है वही भारतीय कंपनियों को नुकसान और भारत सरकार को राजश्व का नुकसान हो रहा है
भारतीय सिगरेट विल्स 10 पीस पैकेट का रेट 110 भारतीय,क्लासिक रेगुलर 20 पीस रेट 350,क्लासिक अल्ट्रा माइल्ड 20 पीस और क्लासिक माइल्ड 20 पीस दोनो का रेट 350,ड़ बल ब्रश 20 पीस 350,कैप्टन 20 पीस 140गोल्ड फ्लेक 20 पीस 340 रुपये का है वही नेपाली सिगरेट
सूर्या 20 पीस 200 भरतोय,खुकुरी 20 पीस 75 रुपया, शिखर 20 पीस 170 का है जो भारतीय सिगरेटों से बहुत कम दाम मैं है।
पान के दुकानदारों का कहना है नेपाली सिगरेटों को बेचने मैं मुनाफा ज्यादा है इस लिए वह भारतीय सिगरेटों से ज्यादा नेपाली सिगरेटों को बेचने का प्रयास करते है,उपभोक्ताओं को भी यह सस्ता लगता है जिस से इनकी डिमांड ज्यादा मार्केट मैं है।
सोनौली कस्टम सुप्रिटेंड एस के पटेल ने बताया सोनौली सींमा से नेपाली सिगरेटों का निर्यात भारत नही हुआ है।