सोनौली महराजगंज
एक नाबालिक किशोरी को नेपाल भेजने के आरोप में स्वयं सेवी संस्था की शिकायत पर एसएसबी ने एक महिला को हिरासत में लेकर परसा मलिक पुलिस को सौपने की तैयारी में है। बताया गया है कि उक्त महिला किशोरी को बहला फुसला कर नेपाल लेकर जा रही थी। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि वह परसा मलिक थाना झेत्र की रहने वाली है।
मंगलवार की सफर करीब 3 बजे कार्मिक के सूचना के आधार पर एक लड़की सोनौली निकास द्वार पर भारत से नेपाल की तरफ जाते हुए दिखाई दी तभी सोनौली गेट पर ड्यूटी पर तैनात एसएसबी की टीम और पीजीएसएस संस्था कार्मिका पुष्पा चौधरी ने उस लड़की से पूछताछ की तो लड़की ने अपना उम्र 17 वर्ष बताया, इसके बाद नेपाल जाने की बारे में पूछा गया तो वह उपरोक्त नाबालिक लड़की ने
बताया कि "मेरे गांव के नजदीक की एक महिला है जिसका नाम महीबून निशा है उसने बोला कि मेरे साथ नेपाल चलो तुम्हे अच्छी नौकरी दिला दूंगी और वहां खूब पैसे मिलेगे जिससे तुम अच्छी जिंदगी जी सकोगी । उसके बाद मुझे अपने घर ले जाकर कपड़े बदलवाये और मुझे सोनौली गेट के नजदीक ले आयी, जब मैं उस महिला के साथ सोनौली सीमा के नजदीक आई तो वह महिला वही रुक गई और बोली कि तुम अकेले बॉर्डर पार करके चली जाओ वहां पर थोड़ी दूर आगे एक लड़का मिलेगा जो आपको गंतव्य स्थान तक छोड़ देगा उसके बाद मैं आपके के पास आ जाऊंगी चिंता मत करना ।इसके बाद मैं जाने लगी तभी हमे रोक लिया गया ।"
एसएसबी 22 वाहिनी निरीक्षक अरुण कुमार पाण्डेय ने बताया कि मामला देखने में स्पष्ट रूप से मानव तस्करी का लग रहा था । पीजीएसएस एवं एसएसबी के प्रयास और लड़की की निशानदेही पर संदिग्ध महिला को पूछताछ के लिए पकड़ लिया गया । बेहतर पूछताछ एवं अग्रिम कार्यवाही हेतु 66 वाहिनी स्थित मानव तस्करी इकाई को संपर्क करके बुलाया गया। उपरोक्त लड़की के घर पर संपर्क किया गया तो लड़की की माता पिता आये और बताये कि मेरी बेटी का नेपाल जाने का मुझे पूर्व में कोई जानकारी नहीं थी यह महिला मेरी बेटी को बहला फुसला कर नेपाल ले जाने की फिराक में थी मुझे इस महिला के खिलाफ विधिक कार्यवाही करना है । एचटीयू टीम के द्वारा काउंसलिंग करने के उपरांत मानव तस्करी की पुष्टि हुई आवश्यक लिखित कार्यवाही एवम परसामालिक थाना में सुपुर्दगी हेतु कार्यवाही प्रक्रियाधीन है










