सोनौली महराजगंज।
आदर्श नगर पंचायत सोनौली के सुभाष नगर वार्ड नम्बर 9 में स्थित निर्माणाधीन गौशाला में बंद किये गए दर्जनों गायों व नंदी के चारा पानी को लेकर स्थानीय लोगो ने काटा बवाल, मौके पर पहुचे दीपक बाबा ने लोगो से समस्या का अवलोकन करते हुवे ईओ सोनौली को संज्ञान में लाया और तत्काल चारा का प्रबंध कराया।
दो दिन पूर्व ही उक्त दोनों वार्डो के स्थानीय लोगो ने बताया कि, करीब 10 दिनों से गौशाला में गायों एवं नंदी को रखा गया है, जिसकी जानकारी होने पर गौसेवकों ने जब मौके का मुआवना किया तो अंदर हौद तो था मगर ना तो पानी था, ना ही चारा का कोई प्रबन्ध किया गया था। जिसके बाद लोगो ने हल्लाबोल दिया। वही कुछ स्थानीय लोगो ने वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व चेयरमैन प्रत्याशी दीपक बाबा को गौशाला से सम्बंधित समस्याओं से अवगत कराया जिसके बाद मौके पर पहुचे दीपक बाबा ने तत्काल अधिशासी अधिकारी (EO) सोनौली राहुल यादव से वार्ता कर चारा का प्रबंध कराया, और एक व्यक्ति को गौसेवा हेतु तत्काल प्रभाव से नियुक्त करने को कहा, जिस पर ईओ ने हामी भर दी।
आज भी गौ-माता और नंदी के लिए कोई गौ-सेवक नही मिला
मगर आज वार्डवासियों ने बताया कि, जब गौशाला के रास्ते निकले तो देखा कि, गेट पर ताला लगा हुआ है, और कोई व्यक्ति गौसेवा के लिए नही है ऐसे में ईओ से मिलने प्रेम जायसवाल एवं सत्येन्द्र नाथ सिंह के अगुवाई में नगर पंचायत कार्यालय लोग गए मगर ईओ के बाहर होने के कारण मुलाकात नही हो सका, जिसके बाद फोन से जानकारी दी, जिस पर ईओ ने शाम 5 बजे का समय देते हुवे सभी को गौशाला बुलाया।
गौशाला में गौसेवा से मुकर गए आखिर ईओ सोनौली क्यो..?
शाम 5 बजे से 5:30 बजे तक जब अधिशासी अधिकारी गौशाला नही पहुचे तो दीपक बाबा के सामने लोगो ने ईओ को फोन लगाया मगर ईओ ने किसी दबाववश फोन नही उठाया। स्थानीय लोगो ने बताया कि, 3:45 के करीब ईओ की गाड़ी वार्ड में आई थी, चारा का प्रबंध कर चले गए। अब सवाल यह है कि, जब लोगो को ईओ ने बुलाया तो खुद भाग क्यो गए।
स्थानीय लोगो का कहना है कि, शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति एवं तथाकथित सभासद के दबाववश अधिशासी अधिकारी सोनौली गौशाला में किसी भी व्यक्ति की नियुक्ति पर विचार नही कर पा रहा है, जिसके कारण ईओ सोनौली अपने बातों से मुकर गए।
झूठा निकला ईओ का बयान: कहा नियुक्ति है मगर गेट पर लटका मिला ताला
वही ईओ का कहना है कि, नियुक्ति हुई है एक सफाई कर्मी वहां रहता है मगर जब लोग पहुचे तो वहां कोई नही मिला यहां तक कि मीडिया के पहुचने पर भी कोई नही मिला और गेट पर ताला लगा हुआ मिला, वही जिसकी तैनाती बताया गया वह व्यक्ति भी ड्यूटी और आवास से नदारद रहा।