सोनौली महराजगंज
महराजगंज। तस्करी का ट्रेंड सीमावर्ती इलाके में बदल गया है। अब धंधेबाज वाट्सएप के जरिए ऑर्डर ले रहे हैं। धंधेबाजों ने नेपाल से नंबर लेकर व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। उसमें कपड़ों की अलग-अलग वैरायटी भेजकर पसंद करने के बाद आर्डर लिया जाता है। सब कुछ पुख्ता होने के बाद नेपाल में ही खोले गए खाते में रकम जमा कर लेते हैं, इसके बाद कैरियर के जरिए कपड़े को पहुंचा दिया जाता है।
भारत-नेपाल के तस्कर एसएसबी और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच सरहद के रास्ते सुरक्षित और सुविधाजनक रास्तों से कपड़े की डिलीवरी के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहे हैं। तस्करों के इस नए पैतरे से खुफिया एजेंसियां और नेपाल के अधिकारी भी काफी चिंतित हैं।
गजब डिलीवरी से पहले ग्रुप पर फोटो भेजकर कपड़े पसंद करा रहे तस्कर
तस्कर व्हाट्सएप पर कोड के
जरिये संपर्क बनाए रखते हैं। यही कारण है कि सरहद से आसानी से पार्सल में कपड़े भारी मात्रा में नेपाल पहुंच रहे हैं। सरहद पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी इसकी भनक तक नहीं लगती है। ऑनलाइन पार्सल की तरह
नकल करते हुए कस्बे के कुछ व्यापारी ऑनलाइन पैकिंग कर कपड़ों को बाइक सवार युवकों को दे देते हैं। युवक एक से दो पैकेट को बड़े ही आसानी से नेपाल भैरहवा और बुटवल तक डिलेवरी
बाइक पर कपड़े लेकर जाते तस्करलाल
कर देते हैं। इसके चदले प्रति पैकेट 500 रुपये कैरियर शुल्क मिलता है। एक कैरियर ने बताया कि व्हाट्सएप पर कोड के जरिये दोनों देशों के तस्कर संपर्क में रहते हैं और सरहद पर उन जगहों पर पैकेट मंगवा लेते हैं। जहां पर पुलिस को नजर नहीं रहती है।
तस्करी के लिए नौतनवा बरगदवा परसा मलिक सोनौली ठूठीबारी बना रास्ता
व्हाट्सएप मैसेंजर से तस्करी के जरिए डिलेवरी के लिए नौतनवा परसा मलिक बरगदवा सोनौली और दूठीबारी आसान रास्ता बन गया है। केरियर बाइक से आसानी से कपड़ों की खेप नेपाल पहुंचा रहे हैं। भारत-नेपाल सीमा हमेशा से अवैध धंधा करने वालों के लिए मुफीद रहा है। जिले की खुली सोमा का लाभ उठाकर तस्कर आसानी से किसी भी सामान को पार कर लेते हैं। वर्तमान में कपड़ा तस्करों के लिए नेपाल सीमा सुरक्षित है। इसके साथ ही जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र और नौतनवा थाना क्षेत्र पहाड़ी टोला सुंडी बैरियावा जोगियाचारी, हरदीडाली, खुनुवा, शेख फर्डनिया, कैलास नगर, श्याम काट,भगवानपुर, बरगदवा, परसामलिक, ठूठीबारी, लक्ष्मीपुर तरकरों का बड़ा हब बन चुका है। वहीं
तस्करों ने बनाया है व्हाट्सएप ग्रुप उसी पर होता है संदेशों का आदान-प्रदान
नौतनवा थाना क्षेत्र से कपड़े की तस्करी बड़े पैमाने पर शुरू हो गई है। कपड़ों की तस्करी करते लोग पकड़े जा रहे हैं। गिरफड में सिर्फ कैरियर हो आ रहे हैं, में 1000, 500 रुपये के लिए काम करते हैं, जबकि बड़े भंभेवाज लाभ कमा रहे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है। अगर ऐसे मामले सामने आएंगे तो कार्रवाई की जाएगी।