सोनौली महराजगंज
भारत-नेपाल सीमा थाना सोनौली में "मोहम्मद उमर शेख उर्फ़ पवन पुत्र सिब्बन निवासी वार्ड नंबर 13 बिस्मिल नगर (जुगौली) थाना सोनौली जनपद महराजगंज द्वारा एक शोशल मीडिया में आई विडीयो में वह नेपाल के जेल में आत्मसमर्पण किया गया। सूत्रों के अनुसार उक्त युवक 2002 में मुंबई के ठाणे जेल में बन्द था। धर्म बदल कर नेपाल गया। और वहां एक अपरहण के मामले में जेल में बन्द था। उमर शेख 2016 में नेपाल के नवलपरासी के एक व्यापारी के अपहरण के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और उसे नौ साल की सजा सुनाई गई थी, जो 26 सितंबर 2025 को पूरी होनी है। मोहम्मद उमर शेख नेपाल में हुए जेन-जी आंदोलन के दौरान 11 सितंबर 2025 को काठमांडू के सुंघारा कारागार से भागकर भारत आ गया था। वीडियो में उसका कहना था कि आंदोलन के समय जेल में अफरा-तफरी मच गई थी और कैदी आपसी रंजिश के चलते एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे। अपनी जान बचाने के लिए वह जेल से निकलकर सोनौली स्थित अपने घर लौट आया था। नेपाल प्रशासन द्वारा कैदियों के वापस आने की अपील सुनने के बाद नेपाल में शांति लौटने से उसने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया। जिसका वीडियो काफी तेजी से शोशल मीडिया पर वायरल है। भारतीय कैदी के नेपाल वापस जेल जाने के निर्णय करने की शोशल मीडिया फेसबुक पर लोग सराहनीय कदम बता रहे है।
वीडियो में जान बचाने के लिए जेल से आने की बात कही
नेपाल में युवाओं के प्रदर्शन और उसके बाद हुई हिंसा में युवाओं ने नेपाल के सभी सरकारी कार्यालय पुलिस चौकी जेल नगर पालिका ग्राम सभा तक को आग के हवाले कर दिया था। जेल में आगजनी की धटना के बाद नेपाल के 27 जेलों से करीब 15 हजार कैदी भाग गए। जिसमे पुलिस की अपील के बाद करीब पांच हजार कैदी वापस जेल पहुच गए है। और कुछ पुलिस से सम्पर्क किया है। नेपाल की जेल में बन्द कुछ भारतीय कैदी भी अपने देश वापस लौट आए है जिसमे सीमावर्ती झेत्र सोनौली का एक कैदी को अपरहण के एक मामले में 9 साल की सजा काट रहा था वह भी वापस लौट आया। लेकिन वह वापस जेल में लौट गया है। जेल में लौटने से पूर्व उसने एक वीडियो में बताया कि जेल में आगजनी ह्यो रही थी। सभी लोग भाग रहे थे। जिसके कारण वह भी आ गया।
स्वेच्छा से नेपाल जेल में बाकी सजा काटने गया युवक
नेपाल में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं के आंदोलन के दौरान नेपाल के कई जिलों से कैदी जेल तोड़कर फरार हो गए थे कईयों को उनके ठिकानों से पकड़ा गया, कुछ भारत नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए, लेकिन अभी भी तमाम कैदी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है। लेकिन सोनौली के रहने वाले युवक ने नेपाल पुलिस की अपील पर काठमांडू के सुन्धारा कारागार वापस लौटा है। एक वीडियो में उसने कहा कि
आंदोलन के दौरान कारागार से सोनौली में स्थित अपने घर भाग आया अब नेपाल की स्थिति सामान्य होने पर अपनी स्वेच्छा से जेल में वापस जा रहे हैं। उमर शेख ने 9 साल नेपाल जेल में सजा काटी और विवाद के समय वह अपने घर आ गए थे लेकिन अब, बचे हुए सजा को काटने के लिए अपनी स्वेच्छा से वह नेपाल काठमांडू के सुन्धारा कारागार में जाने के लिए रवाना हो चुके हैं।
उमर शेख ने बताया नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग के दौरान सड़कों पर आंदोलन किया जाने लगा, जेल में फोर्स की कमी हो गई तमाम कैदी जेल तोड़कर भागने लगे जेल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया, उस समय कुछ समझ में नहीं आ रहा था की क्या किया जाए, क्योंकि अगर वहां रुके तो कहीं ऐसा न हो की जेल में भी कुछ कैदी दुश्मन होते हैं उनके शिकार हो जाए, इसलिए वह भी कारागार से भाग निकले और भारत नेपाल सीमा सोनौली के स्थानीय कस्बे में जहां उनका घर है वह चले आए, उन्होंने यह भी बताया कि जब वह वहां से निकले थे तो यह सोच रखे थे कि जब नेपाल में स्थिति सामान्य हो जाएगी तो वह फिर से जेल में वापस लौट जाएंगे, हालांकि स्थिति सामान्य हो गई है नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की जो की पूर्व जस्टिस रही है, उमर का ऐसा मानना है कि उनके कार्यकाल में उन्हें भी न्याय मिलेगा उनके ऊपर भगोड़ा का ठप्पा नहीं लगेगा, इसलिए वह अपनी स्वेच्छा से नेपाल काठमांडू में स्थित सुन्धारा जेल में जाने के लिए निकल चुके हैं।
उमर शेख ने बताया कि वह नेपाल में दरवाजा और प्लाईवुड का काम करते थे समान भारत से नेपाल लाने के लिए भंसार भी कराया करते थे लेकिन उन्हें यह कहकर पकड़ा गया कि उनके द्वारा फर्जी भंसार कराया गया है, कुछ दिन केस चला और फिर उन्हें न्याय मिला कि उनका भंसार फर्जी नहीं है, वेल भी मिल गई, लेकिन अचानक कुछ लोगों के द्वारा षड्यंत्र रचकर उन्हें अपहरण के केस में फंसा दिया गया, जिस व्यक्ति के अपहरण की बात को लेकर उन्हें सजा सुनाई गई वह कभी उन लोगों से वाकिफ भी नहीं थे और न ही वह लोग कोर्ट में हाजिर हुए, फिर भी कैसे क्या हुआ कुछ समझ में नहीं आया, वर्ष 2016 में उन्हें 9 साल की सजा सुनाई गई और वह तब से सजा काट रहे हैं।











